काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से पढाई की, डेढ दशक से पत्रकारिता कर रहा हूँ. बहुत सी बातेँ निगाह मेँ आती हैँ जिन्हेँ आपके साथ साझा करना चाहता हूँ. अखबारोँ की नीतियाँ कलम की धार को कुन्द कर देती है. इसीलिये है यह ब्लॉग. आप और हम, आमने-सामने, बिल्कुल बेबाक
सँदीप त्रिपाठी
1 टिप्पणी:
kab dega guru
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